(राठौर परिवार की नींव)
राठौर हवेली — शहर के सबसे ऊँचे टीले पर बसी एक महलनुमा इमारत, जहाँ वक़्त भी घुटनों के बल चलता था। हवेली की दीवारें गवाह थीं एक ऐसी विरासत की, जिसे खून, डर और रुतबे से सींचा गया था।

(राठौर परिवार की नींव)
राठौर हवेली — शहर के सबसे ऊँचे टीले पर बसी एक महलनुमा इमारत, जहाँ वक़्त भी घुटनों के बल चलता था। हवेली की दीवारें गवाह थीं एक ऐसी विरासत की, जिसे खून, डर और रुतबे से सींचा गया था।
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